प्राकृतिक मिठास और फाइबर से भरपूर होने की वजह से खजूर एक लोकप्रिय खाद्य पदार्थ है। नारियल के समान इसके पेड़ के ऊपरी भाग में पत्तों के नीचे, गुच्छों में खजूर के फल लगते हैं। हरे कच्चे खजूर पकने के बाद भूरे तथा चिपचिपे होने लगते हैं। खजूर सूखने के बाद खारक या छुहारा कहलाता है।
फल और मेवे दोनों तरह से खायें जाने वाला खजूर कई मायनों में फायदेमंद है। यह कैल्शियम, पोटैशियम, प्रोटीन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, विटामिन-बी6, ए और के से भरपूर होता है साथ ही खजूर में कार्बोहाइड्रेट, आयरन, लाभदायक फैट्स, डायटरी फाइबर और फैटी एसिड्स होते हैं। ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर को रोगों से बचाते हैं। सेहत के साथ ही स्किन और बालों को भरपूर पोषण देते हैं। खजूर अगस्त से दिसम्बर तक ही मिलते हैं, लेकिन सूखे खजूर साल भर बाजार में उपलब्ध रहते हैं।
हृदय स्वास्थ्य- हृदय को बेहतर रखने के लिये आप दिनभर में मुट्ठीभर खजूर का सेवन कर सकते हैं। खजूर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण आर्टरी सेल्स से कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करते हैं। धमनियों (आर्टरी) के सख्त होने व इसमें प्लाक भरने की अवस्था यानी एथेरोस्क्लेरोसिस को भी इससे रोका जा सकता है।
हड्डी स्वास्थ्य- खजूर मैग्नीशियम, सेलेनियम, कॉपर और मैंगनीज का अच्छा स्रोत है। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत करने के साथ ही इनसे जुड़ी परेशानियों को दूर करने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा, खजूर विटामिन-के से भी भरपूर होता है, जो खून को गाढ़ा करने और हड्डियों को मेटाबॉलाइज करने में मदद करता है। खजूर में बोरॉन भी होता है, ये एक ऐसा खनिज है, जो हड्डियों के लिये काफी फायदेमंद है।
रक्तचाप- खजूर रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, क्योंकि इसमें पोटैशियम और मिनरल्स भरपूर होते हैं। करीब 24 ग्राम खजूर में लगभग 167 मिलीग्राम पोटैशियम होता है, जो अन्य फलों की तुलना में काफी अधिक है। शरीर में पोटैशियम की सही मात्रा बनी रहने से गुर्दे की पथरी से भी बचा जा सकता है। खजूर में मौजूद मैग्नीशियम आपके हृदय और रक्त वाहिकाओं की मांसपेशियों को भी आराम देता है।
ऊर्जा बढ़ाने वाला- स्वाद और प्राकृतिक गुणों से भरपूर खजूर आपको ऊर्जा भी देता है। खजूर के रोजाना सेवन से इसके सहायक पोषक तत्व आपको दिनभर थकान महसूस नहीं होने देते। खजूर खाने से दिनभर शरीर में ऊर्जा का संचार इसमें मौजूद पोषक तत्व फ्रूटोज और ग्लूकोज की वजह से होता है।
स्वस्थ गर्भावस्था- खजूर माँ और बच्चे के लिये सुरक्षित और फायदेमंद है। खजूर में मौजूद फ्रुक्टोज शर्करा शरीर में ब्लड शुगर के स्तर में बदलाव किये बिना ऊर्जा देता है। गर्भावस्था के दौरान महिला को अतिरिक्त 300 कैलोरी की जरूरत होती है, जिसे डेट्स पूरी करता है।
कोलेस्ट्रॉल- खजूर खाने से कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। एक स्वस्थ व्यक्ति खजूर का रोजाना सेवन करता है, तो कोलेस्ट्रॉल के स्तर और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस पर प्रभावी रूप से असर पड़ता है। खजूर में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को घटाने में भी मदद करता है।
डायरिया- दस्त के दौरान सही भोजन का चुनाव जरूरी होता है। डायरिया में हम जो खाते हैं, उससे कई बार दस्त रुकने के बजाय और बढ़ जाते हैं। दस्त से निजात पाने में पोटैशियम काफी अच्छा होता और खजूर में पोटैशियम की भरपूर मात्रा होती है जो हमारी शरीर में पोटैशियम की कमी को पूरा करता है।
मस्तिष्क स्वास्थ्य- दिमाग को स्ट्रेस और सूजन से बचाने में खजूर काफी कारगर है। इसका नियमित सेवन आपको न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों से बचाता है। न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग दिमाग संबंधी उन बीमारियों को कहा जाता है, जिसमें मस्तिष्क का नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है।
खजूर स्मृति को बढ़ाने में भी लाभदायक पाया गया है। खजूर में अल्जाइमर (धीरे-धीरे घटती स्मरण शक्ति) के प्रभाव को कम करने की क्षमता है। खजूर दिमाग की सूजन को रोकने में सहायक होता है।
कोलन कैंसर- कोलन यानी पेट का कैंसर प्राणघातक हो सकता है। खजूर में पाये जाने वाले तत्व कोलन कैंसर को रोकने में मदद करते हैं। खासकर, अजवा खजूर में मिलने वाले पॉलीफेनॉल्स कैंसर से बचाव कर सकते हैं। इसके अलावा, खजूर में मिलने वाले फाइबर भी पेट के कैंसर से लड़ने और कब्ज दूर करने में सहायक होते हैं। वहीं, अन्य प्रकार के खजूर का सेवन करने से भी हमारी आंत में अच्छे बैक्टीरिया पनपनते हैं, जो पेट को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करते हैं।
वजन बढ़ाने में सहायक- अगर आप काफी पतले हैं, तो खजूर का रोजाना सेवन कर अपना वजन बढ़ा सकते हैं। ग्राउंड डेट सीड्स से वजन में 30% तक की वृद्धि हो सकती है।
मांसपेशियों का विकास- खजूर को हाई कार्बोहाइड्रेट फल माना गया है, जिस कारण यह मांसपेशियों के विकास में मदद करता है। खजूर में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो हमारे शरीर की मांसपेशियों के विकास के लिये एक महत्वपूर्ण गुण है।
एनीमिया- शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया होता है। इस घातक समस्या से बचने के लिये आप नियमित रूप से खजूर का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। इसलिये, खजूर को एनीमिया की शिकायत दूर करने के लिये इस्तेमाल किया जा सकता है।
त्वचा स्वास्थ्य- खजूर में विटामिन-सी और डी की काफी मात्रा होती है। इसलिये, यह त्वचा को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है। खजूर एंटी-एजिंग तत्वों से भी भरपूर होता है। खजूर के बीज के अर्क में फाइटोहार्मोन होता है, जो एंटी-एजिंग की तरह काम करता है। यह अर्क झुर्रियों से निजात दिलाने का काम करता है।
सेहत को दुरुस्त रखने के लिये फलों के सेवन की सलाह दी जाती है। फलों में वो सभी पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिये जरूरी हैं। ऐसे में ड्राई फ्रूट सबसे अधिक श्रेष्ठ माना जाता है और खजूर के मिठास और पौष्टिक गुणों के वजह से यह उत्तम आहार माना जाता है। शरीर के लिये खजूर खाने के फायदे कई हैं, शायद इसी वजह से विश्व भर में इसे पसंद भी किया जाता है। इसमें मौजूद कई सारे पोषक तत्वों की वजह से इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाना भी जरूरी है।
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