दीपावली पर्व कर्मशील, निष्ठावान, चैतन्य और लक्ष्मीवान बनने का सिद्ध दिवस है। जिस दिवस पर चेतनावान साधक-शिष्य, सामान्य गृहस्थ सभी महालक्ष्मी की कृपा से अर्थ की पूर्णता प्राप्त कर सकते हैं, इस दिवस पर महालक्ष्मी की साधना सम्पन्न करने वाले परिजनों के जीवन में कम से कम इतनी चेतना तो बनी ही रहती है कि उनका गृहस्थ जीवन सुचारू रूप से चल सके, धन आगमन की निरंतरता बनी रहती है और हमारे जीवन में अनिवार्य रूप से आवश्यक है कि हम उस शक्ति से, चेतना से तादात्मय निरंतर बनाये रखें, जिससे जीवन में निरंतर-निरंतर गतिशीलता बनती है, आर्थिक सुदृढ़ता आती है। इच्छाओं की पूर्ति के अनेक अवसर बनेंगे। लेकिन हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति होना हमारा अधिकार है। इसीलिये इस दीपावली पर्व पूरे परिवार के साथ साधना सम्पन्न करनी है, अतः इस हेतु महालक्ष्मी को बाध्य कर देना है, कि तुम्हें आना ही होगा! महालक्ष्मी को अपने जीवन में स्थायित्व रूप से बने रहने के लिये विवश करना ही है और यह संभव हो सकता है कमला तंत्र के माध्यम से।
भगवती जगदम्बे के त्रिगुणात्मक स्वरूप का विस्तार उनकी दस महाविद्याओं में हुआ और उसमें से कमला महाविद्या उन्हीं के महालक्ष्मी स्वरूप की साधना है। जहां सामान्य रूप से महालक्ष्मी पूजन एवं साधना से सफलता संदिग्ध हो जाती है। वहीं कमला महाविद्या साधना से यह अंसभव है कि व्यक्ति दरिद्र अथवा धनहीन रह जाये। क्योंकि कमला महाविद्या लक्ष्मी के पूर्ण स्वरूप की साधना है। जिससे 108 लक्ष्मी का स्थायित्व जीवन में बनने लगता है। जिस प्रकार पदमगंध छुपाये नहीं छुपती और आस-पास का समस्त वातावरण अपनी मधुर सुगंध श्रेष्ठता और दिव्यता से भर देती है, उसी प्रकार कमला महालक्ष्मी की साधना भी व्यक्ति के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को आलोकित एवं सुंगधित कर देती है।
इसे केवल एक मात्र धन प्राप्ति की साधना मानना ही पर्याप्त नहीं, क्योंकि यह तो एक ऐसी अद्भुत साधना है, जो कि अपनी सम्पूर्णता से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त दरिद्रता, कायरता, कटुता और हीनता को समाप्त करने की शक्तिमय प्रक्रिया है। यह जीवन की अनिवार्यता है और इसी से व्यक्ति के जीवन में आ सकती है पूर्ण निर्भीकता और पूर्ण निश्चिंतता। लक्ष्मी तत्व के सृजन का यह सर्वश्रेष्ठ कल्प है। जो भौतिक जीवन का आधार है। भगवती लक्ष्मी के सभी तत्व कमला महाविद्या के 12 स्वरूपों में समाहित है-
जो मानव जीवन को निरन्तर गतिशीलता प्रदान करती हैं। यही महाशक्ति भगवान नारायण के साथ सायुज्य होकर मानव का पालन-पोषण करतीं हैं, जिनकी साधना दीपावली के चैतन्य काल में सम्पन्न कर साधक लक्ष्मी तत्व से पूर्ण हो जाता है। इनकी साधना से धन सम्बन्धित सभी इच्छायें पूर्ण होनी सुनिश्चित होती ही हैं और साधक स्वयंमेव नारायण स्वरूप में अपने जीवन का पालन कर्त्ता बन जाता है।
इसलिये इस वर्ष आप सभी को अनिवार्य रूप से राज-राजेश्वरी कमला महालक्ष्मी साधना सम्पन्न करना है। जो कैलाश सिद्धाश्रम जोधपुर में आप फोन द्वारा सम्पर्क कर शीघ्र ही बुक करवायें, जिससे आप तक समय रहते साधना पैकेट पहुंच सके। सुविधा पूर्वक और सरलता से साधना पैकेट प्राप्ति हेतु, प्राचीन मंत्र-यंत्र विज्ञान, शाखा- यू- आई- टी- जोधपुर खाता क्रमांक 31763681638 में न्यौछावर जमा कर कार्यालय में सूचित करें।
साधना पैकेट प्राप्त होने पर सम्पूर्ण सामग्री रजिस्टर्ड डाक द्वारा विधि सहित आपको प्राप्त होगी- राज-राजेश्वरी कमला महाविद्या शक्ति कूर्म पृष्ठि कच्छप श्री शक्ति पारद श्री यंत्र, सर्व मांगल्य गोमती चक्र, मोती शंख, सर्व सिद्धि प्रदाता श्री फल और चैतन्य श्री माला।
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