उत्साहित और खुशहाल जीवन के लिए शरीर का स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक है। निरोगी काया जीवन में उत्साह की अभूतपूर्व वृद्धि करती है। मानव शरीर में पेट व पाचन तंत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि शरीर की अधिकांश समस्याएं पेट से जुड़ी होती हैं, क्योंकि पेट केवल भोजन ग्रहण करने की क्रिया मात्र ही नहीं करता, यह हमारे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बनायें रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पेट दर्द के कई कारण हो सकते हैं, कई बार कब्ज के कारण तो कभी आंतों में विकार, गलत खान-पान या किसी गंभीर बीमारी की वजह से पेट दर्द होता है। हल्का पेट दर्द गुनगुना पानी पीने से भी ठीक हो जाता है, लेकिन यदि समस्या गंभीर लगे तो स्वयं से घरेलू उपचार नहीं करना चाहिए बल्कि तुरंत डॅाक्टर से जांच करायें।
पेट दर्द दिनचर्या की आम समस्या है, जो किसी को भी किसी भी समय हो सकती है। यह पेट में ऐंठन, उल्टी, दस्त व गैस के रूप में उभर सकता है। अनियंत्रित खान-पान इस समस्या का मुख्य व सामान्य कारण माना जाता है। लेकिन यह अल्सर, पथरी व मूत्र संक्रमण आदि गंभीर बीमारियों की वजह से भी हो सकता है।
पेट में ऊपर की तरफ दर्द सामान्यतः गैस्ट्राइटिस, लीवर में खराबी, आमाशय में छेद होने के कारण होता है। पित्त की थैली में पथरी होने पर आमतौर पर पेट के दाएं तरफ दर्द होता है। पेट के बीचो-बीच दर्द का कारण पैन्क्रियाज की खराबी होता है। पेट के नीचे भाग में दर्द एपेन्डिसाइटिस, मूत्रशय में पथरी या संक्रमण के कारण होता है। महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के अनेक कारण होते हैं, जैसे गर्भाशय में किसी तरह की खराबी, फाइब्रायड, एंड्रीयोमेट्रीयोसिस, माहवारी या कोई अन्य बीमारी।
पेट के एक तरफ दर्द का कारण गुर्दे में पथरी या गुर्दे की अन्य कोई बीमारी हो सकती है। एसीडिटी या अल्सर की शिकायत होने पर पेट के बीचो-बीच अधिक दर्द होता है। यदि आंतों में सूजन होती है, तो लगभग पूरे पेट में ही दर्द होता है। इन बीमारियों या दर्द के चलते यदि पेट दर्द का इलाज सही समय पर न करवाया जाये तो यही बीमारियां स्वास्थ्य के लिए बड़ी समस्या बन सकती हैं।
छोटे बच्चे अक्सर पेट दर्द की शिकायत करते हैं, आमतौर पर इसका कारण गैस या अपच होता है। बच्चें हर कुछ घंटे में कुछ ना कुछ खाते-पीते रहते हैं, कभी-कभी तली-भुनी तैलीय पदार्थ खानें से उन्हें कब्ज, अपच, गैस की समस्या हो जाती है। कई बच्चों को हर दो-चार दिन बाद पेट में दर्द होता है, ऐसे बच्चों की जांच करना अधिक श्रेयस्कर है। बच्चों में पेट दर्द एक आम समस्या है, जो स्वतः एक-दो दिन में ठीक हो जाता है, लेकिन यदि दर्द सामान्य से अधिक हो और अधिक समय तक रहे, तो तत्काल चिकित्सक को दिखायें।
सामान्य दर्दः इस प्रकार का दर्द सामान्य तौर पर गलत खान-पान व अपच की वजह से होता है। यह पेट के पूरे या आधे भाग को प्रभावित करता है। इस प्रकार के दर्द बिना उपचार के भी ठीक हो जाते हैं।
स्थानीय दर्दः यह दर्द सामान्य दर्द से गंभीर होता है। यह अक्सर पेट के किसी एक हिस्से को अपना निशाना बनाता है। अल्सर या अपेंडिसाइटिस इस प्रकार के पेट दर्द का कारण हो सकता है।
ऐंठनः मल के सख्त या गैस के कारण पेट में ऐंठन बनती है। यह कुछ देर तक भी रह सकती है या पूरे दिन आपको परेशान कर सकती है। दस्त के समय मरीज को इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है।
पेट दर्द के लिए विभिन्न प्रकार की ऐलोपैथिक दवाइयां बाजार में उपलब्ध हैं। लेकिन ऐलोपैथिक दवाइयों से साइड इफेक्ट का खतरा रहता है। गंभीर समस्याओं को छोड़ कर सामान्य दर्द, समस्या में घरेलू उपाय करना अधिक लाभदायक होता है, जो अपने आप में अचूक और प्रभावशाली होती हैं।
अदरकः एक चम्मच बारीक कटा हुआ अदरक, नींबू के रस की 5-6 बूंद व डेढ़ कप पानी डालकर उबाल लें, उबलने के बाद एक चम्मच चायपत्ती डालें और 2-3 बार अच्छी तरह उबाला आने दें। अब कप में डाले और एक चम्मच शहद मिलाएं, आप चाहें तो इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं। इस तरह का चाय बनाकर आप दिन में 2-3 बार पी सकते हैं। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पायें जाते हैं, जो दर्द व सूजन को कम कर पेट को ठीक करने का काम करते हैं। मतली और उल्टी में भी इस प्रक्रिया से लाभ मिलता है।
हींगः चुटकी भर हींग पाउडर, एक गिलास गुनगुना पानी, चुटकी भर सेंधा नमक अच्छी तरह मिलाकर धीरे-धीरे पीयें। यह प्रक्रिया दिन में 2-3 बार दोहराएं। हींग कई औषधीय गुणों से युक्त खाद्य पदार्थ है, जिसे अक्सर भोजन बनाने के दौरान प्रयोग में लाया जाता है। इसमें एंटीस्पास्मोडिक और एंटिफलटुलेंट जैसे तत्व पायें जाते हैं, जो पेट दर्द के साथ-साथ गैस और अपच की समस्या से भी निजात दिलाते हैं।
साफ़ैं- एक कप पानी में एक चम्मच पिसी हुई सौंफ डालकर 10 मिनट तक उबाल लें, फिर ठंडा होने के लिए कुछ देर रखें, अब एक कप में पानी को छानकर अब आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार पीयें। अपच से होने वाले पेट दर्द के लिए सौंफ का सेवन बहुत कारगर सिद्ध होता है। यह पेट दर्द में राहत देने के साथ-साथ गैस व सूजन से भी निजात दिलाता है।
अजवाइनः आधा चम्मच अजवाइन पाउडर, एक चम्मच जीरा पाउडर और चम्मच का एक चौथाई अदरक पाउडर अच्छी तरह से मिला दें, अब गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करें। अजवाइन दस्त और पेट दर्द जैसी समस्याओं से निजात पाने का कारगर उपाय है।
वास्तविक रूप में तो पेट सम्बन्धित सभी समस्याओं का सबसे बेहतर उपाय सही खान-पान है। उचित मात्रा में स्वादिष्ट, सुपाच्य भोजन से ही मन, विचार, देह स्वस्थ बनता है। कहा जाता है जैसा अन्न वैसा मन यह बात पूरी तरह से चरितार्थ होती ही है। इसलिये शुद्ध, सुपाच्य, हल्का भोजन ग्रहण करें और स्वस्थ रहें मस्त रहें।
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