इसे भारत में कई क्षेत्रों में लावा भी कहते हैं। तालाब, झील, दलदली क्षेत्र के शांत पानी में उगने वाला मखाना पोषक तत्वों से भरपूर एक जलीय उत्पाद है। मखाने के बीज को भूनकर इसका उपयोग किया जाता है। इसमें औषधीय गुण भी होता हैं।
मखाना क्या हैं?
मखाना शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है। जिन पुरूषों को वीर्य संबंधी समस्या होती है उनके लिये मखाना का सेवन फायदेमंद होता है। इसके सेवन से वीर्य दोष में सुधार होता है। यह जल में पाया जाता है। इसके पौधे कांटेदार तथा कमल के समान होते हैं इसके पत्ते कमल के समान, गोलाकार होते हैं जो ऊपर से हरे, लेकिन नीचे से लाल या बैंगनी रंग के होते हैं, इसके फल गोलाकार, कांटेदार तथा मुलायम होते हैं। इसके बीज मटर के समान या, इससे कुछ बड़े होते हैं। इसके फल हल्के काले रंग के होते हैं। इसे कच्चा या भूनकर खाते हैं। भूनने से यह फूल जाते हैं जिन्हें मखाना कहा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, मखाना मधुर, ठंडा प्रभाव वाला होता है। गर्भवती स्त्रियों के लिये शक्ति वर्धक होता है
मखाना के फायदे मधुमेह में
आजकल की जीवनशैली इतनी खराब हो गई है कि लोगों को बहुत सारी बीमारियां अनायास ही हो जाती हैं। इनमें मधुमेह भी एक है। समय के अभाव के कारण लोग असंतुलित भोजन को अधिक प्राथमिकता देते हैं। जिसके कारण शरीर में शर्करा का स्तर बढ़ जाता हैं। यह मधुमेह का कारण बनता है इसके सेवन से मधुमेह में लाभ मिलता हैं।
प्रसव के बाद के दर्द से राहत दिलाये मखाना
प्रसव के बाद महिलाओं को काफी दर्द होता है। यह असहनीय भी होता है। मखाना के गुण ऐसे दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। मखाना के पत्तो को 10-15 मिली- पानी में डालकर काढ़ा बनाकर पीये इसे पीने से प्रसव के बाद होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
मखाना के सेवन से कान दर्द में आराम
कई कारणों से कान के दर्द की समस्या हो जाती है। ये बीमारी बच्चों में ज्यादातर देखी जाती है। कान के दर्द में राहत पाने के लिये मखाना के बीज का प्रयोग कर सकते हैं। मखाना के बीजों को पानी में उबालकर काढ़ा जैसा बना लें। इस काढ़ा को एक या दो बूंद कान में डालें इससे कान दर्द कम होता है।
गठिया के दर्द से राहत दिलाता हैं
गठिया आज एक बीमारी बन गई है। गठिया के कारण शरीर के जोड़ों, जैसे पैर और हाथ आदि अंगों में बहुत दर्द होता है। मखाना के गुण से आप लाभ ले सकते है। इसके लिये मखाना पेड़ के पत्तों को पीसकर दर्द वाले जगह पर लगायें इससे आराम मिलता है।
शरीर की जलन से दिलाये आराम
कई लोगों को शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों, जैसे पैर या पैर के तलवे आदि में जलन की समस्या रहती है। मखाने को दूध में मिलाकर सेवन करने से इस परेशानी में आराम मिलता है।
शारीरिक कमजोरी में लाभ
शारीरिक कमजोरी की शिकायत कई कारणों से हो सकती हैं। आप मखाना के सेवन से इसमें लाभ पा सकते हैं। मखाना के बीजों का सेवन करने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।
हृदय की समस्या में राहत
मखाना हृदय के लिये फायदेमंद होता है। इसके उचित मात्रा में सेवन से यह रक्त की आपूर्ति में सुधार करता है एवं हृदयाघात जैसी गंभीर समस्या को भी नियंत्रण करने में सहायक होता है।
ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है
उच्च रक्तचाप के लिये मखाना लाभदायक होता है क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा कम और पोटैशियम की मात्रा ज्यादा पायी जाती है जो उच्च रक्तचाप को कम करता है।
अनिद्रा में मखाने के फायदे
नींद न आने का कारण शरीर मे वात दोष का प्रकुपित होना है। मखाने वातशमक स्वभाव के कारण इसके सेवन से नींद लाने में सहयोग करता है।
गर्मी से दिलाये राहत
गर्मी को दूर रखने में मखाने का सेवन एक अच्छा उपाय है क्योंकि मखानों में शीत गुण होता है जो कि शरीर की गर्मी को शांत कर राहत दिलाता है।
मसूढों के लिये मखाना के गुण
मखाना मसूढों से होने वाली ब्लीडिंग और सूजन को दूर करने मे सहायक होता है क्योंकि मखानों में कषाय और शीत गुण होता है जो कि खून को आने से रोकता है।
नपुंसकता से सम्बन्धित समस्या में सहायक
मखाने का सेवन करने से पुरूषों की नपुंसकता में भी कुछ हद तक लाभ पहुँचता है क्योंकि इसमें वृष्य यानि अंदरूनी शक्ति को बढ़ाने का गुण होता है।
झुर्रियों से छुटकरा पाने में मखाना का उपयोग
मखानों का सेवन झुर्रियों से छुटकारा पाने में भी सहयोग देता है क्योंकि इसमें स्निग्ध गुण होता है, जो त्वचा में तैलीय तत्व बनाये रखने में सहयोग देता है जो झुर्रियों को रोकने मे मदद करता है।
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