नाशपाती एक ऐसा फल है जिसके कई फायदे होते हैं, जोकि इस प्रकार है-
नाशपाती के स्वास्थ्य के लिए फायदे
नाशपाती के स्वास्थ्य के लिए कुछ फायदे इस प्रकार हैं-
–नाशपाती के सेवन से गर्भधारण करने वाली स्त्री को कई प्रकार के रोग से प्रतिरक्षा हो जाती है। साथ ही नाशपाती में उपलब्ध फॉलिक एसिड के कारण बच्चे को जन्म लेते समय कई प्रकार के दोषों से भी मुक्ति मिल जाती है।
–नाशपाती में विटामिन सी, विटामिन के और कॉपर होता है जो कि शरीर कोशिकाओं को रूग्ण कीटाणुओं से बचाते हैं।
–नाशपाती में अधिक मात्र में फाइबर पाया जाता है, जो कि शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्र को कम करता है और हृदय घात से भी बचाता है। अगर आप नियमित रूप से नाशपाती का सेवन करे तो यह हृदय घात के जोखिम को कम से कम 50 प्रतिशत कम कर देता है।
–नाशपाती में अधिक फाइबर होने की वजह से यह कोशिकाओं से कैंसर जनित तत्वों को निकाल देता है और कोलोन कैंसर से भी राहत मिलती है। प्रत्येक दिन एक नाशपाती के सेवन से मासिक धर्म रूक जाने के बाद यह महिलाओं को स्तन कैंसर से बचाता है।
–दूसरे फलों की तुलना में नाशपाती एलर्जी पैदा नहीं करता है। यह उन फलों में से हैं जिसे नवजात शिशुओं को भी दिया जा सकता है।
–हल्का मीठा होने के बाद भी इस फल में विद्यमान ग्लीसीरीन इंडेक्स रक्त में शुगर लेवल को कम करता है और मधुमेह से शरीर को बचाता है। मधुमेह के घरेलू उपचार के लिए यह अच्छा विकल्प है।
–यह शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को भी मजबूत करता है और कई सारे रोगों से भी बचाता है।
–यह ऑस्टीआपरोसिस यानि अस्थि सुषिरता से भी बचाता है। आजकल के खान पान के वातावरण में हड्डियों का कमजोर होना समान्य बात है। लोग शरीर के पीएच लेवल बनाये रखने के लिए कैल्सियम की गोली खाते है किन्तु नाशपाती इस कमी को इसके नियमित सेवन से दूर कर सकता है।
–नाशपाती में अधिक मात्र में शर्करा होता है जिसके कारण आप कमजोरी महसूस नहीं कर सकते है। यह शरीर में भी नाशपाती जल्दी घुल जाता है और ऊर्जा प्रदान करता है।
–रोगग्रस्त बच्चों को भी नाशपाती खिलाया जा सकता है। लो एसिडिक होने के कारण उनके पाचन में कोई समस्या नहीं हो सकती है। ध्यान रहे कि इसे साफ तरीके से छीलकर बच्चों को खिलायें।
–नाशपाती के नियमित सेवन से गालब्लाडर कोलाईटिस अर्थराईटिस संबंधी समस्या नहीं हो सकती है।
–प्रति कैंसरकारक और एन्टीऑक्सीडेंट रहने के कारण ब्लड प्रेशर भी समान्य रहता है।
–नाशपाती अपने ठंडेपन के कारण ज्वर को भी बढ़ने नहीं देता है।
–ग्रीष्म में अक्सर बच्चों को सांस की तकलीफ होती है अगर आप उन्हें नियमित तौर पर नाशपाती का सेवन करायें तो ये तकलीफ नहीं होगी। नाशपाती के त्वचा के लिए फायदे
–नाशपाती में आहार युक्त फाइबर भरा होता है जिसके कारण ये आपकी त्वचा को मुलायम और चिकना बनाये रखता है। इसकी शर्करा रक्त के साथ जल्दी घुल जाती है जिससे स्कीन की परत क्षय नहीं होती है।
–नाशपाती के सेवन से झुर्रिया भी नहीं पड़ती है। यह विटामिन सी से भरा होता है। अगर आपकी त्वचा तेलीय है तो भी नाशपाती उसके लिये भी रामबाण है। यह प्राकृतिक रूप से स्क्रब के काम भी आता है। आप इसके प्रयोग से डेड स्कीन कोशिका को बाहर निकाल सकते हैं।
–नाशपती के एक्सट्रैक्ट में लैक्टिक एसिड होने के कारण यह होंठों के लिये अच्छा माना जाता है। कई सारे सौन्दर्य प्रसाधन में इसका प्रयोग किया जाता है।
–यदि आपकी त्वचा तेलीय हैं तो नाशपाती आपके लिये वास्तव में फायदेमंद हैं। एक नाशपाती के साथ ताज़ी क्रीम और शहद का मिश्रण बनाकर एक पेस्ट तैयार कर लें। इस पेस्ट को एक हफ्रते तक चेहरे पर लगायें, यह आपकी त्वचा से तेल को हटाने में मदद करेगा।
–यह आपकी त्वचा को लम्बे समय तक के लिये नमी भी देता है, जिससे आपकी त्वचा रूखी नहीं लगेगी।
–यह एक प्राकृतिक स्क्रब की तरह भी कार्य करता हैं जिससे आपकी त्वचा कोमल और मुलायम बनती है।
–नाशपाती के सेवन से कोई भी एलर्जी नहीं होती इसलिये यह त्वचा व शिशु दोनों के लिए काफी फायदेमंद है।
–नाशपाती में बालों को स्वस्थ्य और पौष्टिक बनाने की क्षमता होती है। नाशपाती, खासकर परिपक्वता में ‘सोर्बिटोल’ या ‘ग्लुसिटोल’ नामक एक प्राकृतिक शर्करा शराब होती हैं। जो बालों की जड़ों में पहुँच कर स्कैल्प को पोषित करता है और इससे बाल नमी युक्त बने रहते हैं।
–बालों के नमी युक्त होने के कारण यह बालों के सूखेपन को भी कम करता है। विटामिन सी के कारण बालों की प्राकृतिक रूप से कंडीशनिंग हो जाती है। साथ ही यह बालों की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाये रखने में भी मदद करता है।
–फ्रिज्जी बालों के लिये भी नाशपाती के नियमित सेवन करना चाहिये। यह उन टेंगल्स को नष्ट करने में उपयोगी होता है। जिससे आपके फ्रिज्जी बाल आसानी से प्रबंधनीय बन सकते हैं।
–यदि आप अपने सुस्त और बेजान बालों से परेशान हैं तो आपको इसके लिये एक ताजे नाशपाती, सिरका और पानी के 2 चम्मच अर्क को मिलाकर बालों के लिये एक प्राकृतिक पैक तैयार करना होगा। यह आपके सुस्त बालों को पुनर्जीवित कर सकता है और आपके बालों की खोई हुई चमक को वापस ला सकता है।
–आपने बालों के कर्ल और रंग के रख रखाव के लिये नाशपाती बहुत अच्छा है इसके लिये आपको यह पैक की जरूरत पड़ेगी, सबसे पहले नाशपाती को छील कर ठीक से तोड़ लें, इसमें सोयाबीन के तेल को मिलाकर अच्छे से पेस्ट बना लें। इसे अपने बालों में लगाकर कुछ घंटे बाद शैम्पू से धो लें। अंतर आसानी से दिखाई देगा। नाशपाती के जूस के फायदे
–नाशपाती का रस प्राकृतिक और त्वरित ऊर्जा से भरा होता है, क्योंकि इसमें उच्च फ्रुक्टोस और ग्लूकोस की मात्र होती है।
–नाशपाती के रस से शरीर को ठंडा प्रभाव पड़ता है, जिससे बुखार में राहत मिलती है।
–नाशपाती के रस को नियमित रूप से पीना सर्दी से पीडि़त व्यक्ति के लिये बहुत मददगार होता है क्योकि यह ठण्ड से राहत देता है। इसलिये यह सर्दी, जुकाम और गले में खराश के घरेलू उपचार के लिये अच्छा विकल्प है।
–सुबह और गर्मी के दौरान रात में नाशपाती का रस पीने से शरीर पर प्रभाव ठंडा होता है, जिससे गले की समस्या भी नहीं होती है।
–हल्के गर्म या गुनगुने नाशपाती के रस में कच्चे शहद को मिलाकर पीने से गले के साथ साथ मुखर कॉर्ड की समस्या से भी राहत मिलती है।
–दैनिक आधार पर नाशपाती का सेवन नियमित रूप में करने से यह आँतों के मूवमेंट को बनाये रखता है।
It is mandatory to obtain Guru Diksha from Revered Gurudev before performing any Sadhana or taking any other Diksha. Please contact Kailash Siddhashram, Jodhpur through Email , Whatsapp, Phone or Submit Request to obtain consecrated-energized and mantra-sanctified Sadhana material and further guidance,