आलू बुखारा के स्वास्थ्य के लिए फायदे पाचन क्रिया के लिये-
आलू बुखारा के सेवन से पेट की समस्याये और पाचन प्रणाली भी स्वस्थ रहती है। फाइबर पर्याप्त उपलब्ध होने के कारण यह शरीर स्वास्थ्य और रोग के कीटाणु का अवरोध करता है। पेट की पाचन क्रिया को इसमें उपस्थित विषाणु दुरूस्त रखते है। इसके नियमित सेवन से पेट में दर्द या तनाव नहीं होता है और आंतें भी समान्य काम करती हैं।
आलू बुखारा कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को शरीर से दूर रखता है, क्योंकि इसमें उपस्थित एंटी आक्सीडेंट और फाइबर शरीर की प्रतिरक्षा के लिये पर्याप्त मात्र में उपलब्ध रहते हैं। बीटा कारटोनेस की उचित मात्र होने से यह कैंसर को पनपने या फैलने से रोकता है।
एनीमिया के लिये एनिमिया जैसी बीमारी के लिये यह फल ज्यादा लाभदायक है। इसमें पर्याप्त मात्र में आयरन मिलता है जो कि रक्त बनाने में सहायक होता है।
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के कम होने पर कई बीमारियों से आक्रांत होने का भय रहता है। आलू बुखारे के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक प्रतिशत शरीर में बढ़ जाती है। इससे आंखों के कई प्रकार के रोग भी दूर रहते हैं। वजन नियंत्रित रखने में
भूख शरीर के स्वस्थ होने की निशानी है, लेकिन उसे भी नियंत्रित करना आवश्यक है, ताकि आपके शरीर का वजन संतुलित रहे। आलू बुखारा के सेवन से आपके शरीर की पाचन क्रिया स्वस्थ रहने से भूख भी संतुलित रहती है और इसके साथ आपका वजन भी।
आलू बुखारा का नियमित सेवन उच्च कोलेस्ट्रोल के लक्षण को नियंत्रित रखता है और साथ ही यह बुरे कोलेस्ट्राल को समाप्त भी करता है। हृदय अघात जैसी बीमारियों से बचाने में यह मदद करता है।
आलू बुखारा में काफी बीमारियों से सुरक्षित रखने की प्रतिरक्षा क्षमता होती है। इसमें पाया जाने वाला रसायन मस्तिष्क को काफी ऊर्जा प्रदान करता है। ये वसा को भी नियंत्रित करता है और ओबेसिटी को बढ़ने से रोकता है। आलू बुखारा खाने से शरीर की वसा की सतह पर अनुपयुक्त रेडिकल्स और टॉक्सिन से नुकसान नहीं होता है। यह शरीर से विषैले पदार्थों को उत्सर्जित भी कर देता है।
भोजन से पहले या उसके पश्चात भी आलू बुखारा का सेवन किया जा सकता है। इसे लगातार खाने से शरीर में शर्करा की मात्र में इजाफा नहीं होता है और रक्त में भी शर्करा की मात्र सही रहती है। मधुमेह के रोगी इसे नियमित रूप से खा सकते है, यह मधुमेह को नियंत्रित रखता है और शरीर की अन्य क्रियाओं को भी स्वस्थ बनाये रखता है।
यह फल हमारे शरीर के लिये काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि यह फल खासकर आपके शरीर में कैंसरजनित पदार्थों का अवरोध करता है। आलू बुखारा न केवल लाभदायक होता है बल्कि इसके सेवन से यह आपके स्वास्थ्य को लगातार सुधारता रहेगा।
कई शोधों ने निष्कर्ष निकाला है कि आलू बुखारा का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती है। यह फेनोलिक और लावोनोइड यौगिकों की समृद्ध राशि की वजह से होने वाले हड्डियों के नुकसान से बचाता है। इसमें बोरोन शामिल होता है जो सक्रीय रूप से हड्डियों के घनत्व के संरक्षण और आपकी हड्डियों की सामान्य देखभाल में भाग लेता है।
माना जाता है कि पिगमेंटेड फलों का सेवन आपको अधिक आकर्षक बना देता है। इसलिये आलू बुखारा का सेवन आपको अधिक आकर्षक बना सकता है। इसके निम्न लाभ हैं-
आलू बुखारा में एंटीओक्सिडेंट, विटामिन ई, बीटा कैरोटिन, फैटी एसिड से लड़ने वाले एकम सेल झिल्ली की सुरक्षा करने वाले तत्व पाए जाते हैं, जोकि आपकी त्वचा को उम्र बढ़ने के लक्षणों जैसे झुर्रियां और लोच के नुकसान से बचाता है।
आलू बुखारा का जूस पीने से यह आपकी त्वचा से मरी हुई त्वचा यानि डेड स्किन को बाहर निकालता है। और आपकी त्वचा को नया जीवन देने में सहायता करता है। कोलेजन की कमी अक्सर त्वचा को सुस्त और बेजान बनाती है, किन्तु यह उसके लिये फायदेमंद है।
आलू बुखारा निशान के उतकों में रक्त के प्रवाह को बढाकर त्वचा के निशान को कम कर नई त्वचा में परिवर्तित करने में मदद करता है।
आलू बुखारा क्षतिग्रस्त उतकों को बदलने और तीव्र गति से घावों को ठीक करने में मदद करता है।
अपनी त्वचा पर आलू बुखारा के गूदे को लगाने से यह काले धब्बे को कम कर देता है जिससे त्वचा यंग दिखने लगती है।
इसके बालों के लिए लाभ इस प्रकार है- बालों के विकास को उत्तेजित करता है फ्री रेडिकल्स जो अक्सर हमारे बालों को कमजोर और भंगुर बनाते हैं। इससे बालों के विकास में बाधा उत्पन्न होती है। आलू बुखारा में पाया जाने वाला विटामिन ई कोशिका झिल्ली को मजबूत करता है। स्कैल्प में हमला करने वाले कीटाणुओं से लड़ता है। इसलिये यह बालों के विकास के लिए बहुत लाभकारी है।
आलू बुखारा में विटामिन सी भी मौजूद होता है जोकि बालों से रूसी को हटाने में मददगार है। रूसी से बालों के स्कैल्प में एक परत जमा हो जाती है जोकि बालों के विकास में अवरोध उत्पन्न करती है। किन्तु आलू बुखारा इसके लिये बहुत अच्छा है।
आलू बुखारा में पाये जाने वाले तत्व बालों को मजबूत बनाते है जिससे बालों का झड़ना कम हो जाता है।
आलू बुखारा एक अत्यधिक वर्णित फल है, जो न सिर्फ बालों को झड़ने से रोकता है बल्कि यह बालों के प्राकृतिक रंग को भी बनाये रखता है। अतः यह समय से पहले सफेद होते बालों को सफेद होने से रोकता है।
खट्टा मीठा यह फल जैम बनाने में बहुत काम आता है।
आप इसे रॉ यानि कच्चा भी ग्रहण कर सकते है या फिर इसे मिक्सर या जूसर में डालकर जूस बनाकर भी पी सकते है।
इससे कई प्रकार के बढि़या खाने के व्यंजन बना सकते है और किसी खास व्यंजन में इसे शामिल कर उसे स्वादिष्ट बना सकते है।
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