कुछ वस्तुओं को समाज में अच्छे लक (भाग्य) के लिये जाना जाता है, जैसे की कछुआ, फिश एक्वेरियम आदि। लोग अपनी जरूरत और पसंद के आधार पर इन्हें चुनते हैं।
मछली को भगवान विष्णु का पहला अवतार माना जाता है और वे हिन्दू देवताओं में से सबसे प्रमुख भी हैं जो विकास, समृद्धि, प्रेम, शक्ति आदि के प्रतीक हैं। प्राचीन काल से ही यह विदित है कि मछलियां धन की वाहक होती है, इसके अलावा फेंगशुई के अनुसार भी एक्वेरियम धन और सम्पदा में वृद्धि करता है। एक्वेरियम परिवार में एक प्रेमपूर्ण माहौल बनाये रखता है, परिवार में कलह आदि होने से बचाता है। मछली घर में सुख, समृद्धि और शांति लाती है। एक्वेरियम में मछलियों का अठखेलियां करना घर में जल तत्व का विचरण करना और विकास के मार्ग प्रशस्त करता है। ज्योतिष और वास्तुशास्त्र मानते हैं कि मछलियाँ घर में हों और इनकी देखभाल सही ढंग से की जाये तो घर में खुशहाली रहती है और छोटी-बड़ी हर बला टल जाती है।
घर में फिश एक्वेरियम रखने के फायदे और महत्व विभिन्न रंगों की मछलियाँ सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और आपके घर से सभी प्रकार के नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर देती हैं। मानसिक संतुष्टि और दिमाग में नये और अच्छे विचार लाती है।
फिश एक्वेरियम घर में रहने से कमरे की सुंदरता तो बढ़ती ही है, साथ ही घर के वास्तुदोष भी कम होते हैं। इसमें तैरती छोटी-बड़ी रंग बिरंगी मछलियाँ मन को शांत रखती हैं। तैरती मछलियों को देखने से दिमाग में ताजगी आ जाती है, इसीलिये इसे अपने घर या कार्य स्थल के वातावरण को तनाव मुक्त बनाने के लिये आप वहां एक एक्वेरियम रख सकते हैं।
एक्वेरियम देखने से मूड ठीक होता है और आपकी एकाग्रता शक्ति भी बढ़ती है। रोज कुछ देर तक एक्वेरियम देखने से तनाव कम होता है और आपके रक्तचाप की गति भी सामान्य रहती है इससे आपका हृदय भी तंदुरुस्त रहता है। न केवल एक्वेरियम की मछली बल्कि पानी का प्रवाह भी जीवन में प्रगति को दर्शाता है और सौभाग्य को आकर्षित करता है।
ऐसा माना जाता है की घर पर जब कोई मुसीबत आती है, तो वह मछली अपने ऊपर ले लेती है और खुद मर जाती है, और घर को किसी भी प्रकार की चिंता और बुरे प्रभाव से दूर रखती है। जिस रंग की मछली मर जाये, तो उसी रंग की एक्वेरियम के लिये लानी चाहिये।
बेहतरीन परिणाम के लिये कहाँ रखें एक्वेरियम? एक्वेरियम रखना मात्र जरूरी नहीं होता, अपितु इनका स्थान और जगह भी अच्छे परिणाम के लिये बेहद अहम होता है। फेंगशुई के अनुसार, अगर आप एक्वेरियम को अपने लिविंग रूम में रखते हैं तो यह आपको बेहतरीन परिणाम देंगे। वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर-पूर्व दिशा में एक्वेरियम रखने से परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्य बना रहता है और घर-परिवार के लिये समृद्धिदायक होता है। कोशिश करें की इसे हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में ही रखें।
हमेशा इस बात का ध्यान दे की गोल्डन, लाल या नारंगी रंगों की 8 मछलियों के साथ एक काले रंग की मछली जरूर रखें। ऐसा माना जाता है की घर में कुछ भी बुरा होने वाला होता है तो यह काली मछली अपने ऊपर उसे ले लेती है और पहले ही मर जाती है और आप किसी भी प्रकार के दुर्भाग्य से बच जाते है। घर के दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में एक्वेरियम रखने से घर का वातावरण तनाव मुक्त हो जाता है।
घर से मुख्य द्वार की तरफ देखेंगे तो इसके बायीं दिशा में रखने से वैवाहिक जीवन मधुर होता है। घर में जहाँ सूर्य की रोशनी आती है, वहाँ फिश एक्वेरियम रखने से मानसिक दबाव को कम करती है। एक्वेरियम कार्य करने के जगह पर रखने से आप में सदैव नयी ऊर्जा भरता रहता है।
सही दिशा न होने पर भी कई बार आपकी मछलियाँ स्वतः मर जाती हैं। इसीलिये दिशा का विशेष ध्यान रखे। अपने किचन या बेडरूम में एक्वेरियम रखने से बचें क्योंकि की यह कई मायनों में हानिकारक हो सकता है। साथ ही एक्वेरियम को कभी भी मुख्य द्वार के समीप भी नहीं रखना चाहिये, यह अशुभ माना जाता है।
एक्वेरियम संबंधी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी एक्वेरियम को सही दिशा में रखना बेहद आवश्यक होता है, क्योंकि एक सही दिशा ही धन और सौभाग्य को आकर्षित करती है।
आपका एक्वेरियम जितना सुंदर होगा आपको उतना अधिक लाभ पहुँचायेगा, इसलिये आप उसमें रंगीन लाइट लगा सकते हैं। उनमें रंगीन पत्थर डालने से भी उनकी चमक बढ़ जाती है। अपने एक्वेरियम में आप विभिन्न सजावटी पौधे भी लगा सकते हैं।
किसी को भी भोजन देना बहुत ही शुभ कार्य है चाहे वह मनुष्य हों या जंतु, इसलिये अपनी मछलियों को समय-समय पर भोजन देते रहें।
एक्वेरियम के तापमान की हमेशा जाँच करते रहें क्योंकि तापमान के कम ज्यादा होने पर मछलियाँ मर सकती है। एक एक्वेरियम में कम से कम 9 मछलियाँ रखना शुभ माना जाता है और खास कर सब एक ही प्रजाती की हों तो बेहतर होता है क्योंकि दूसरी मछलियाँ एक दूसरे को खा जाती हैं। प्रत्येक मछली कुंडली के नौ ग्रहों का प्रतिनिधित्व करती हैं, इसलिये एक्वेरियम में नौ मछलियों से कम नहीं होनी चाहिये।
निश्चित अंतराल में एक्वेरियम को साफ करते रहें। हर महीने फिश टैंक को साफ करें और उसका एक-चौथाई पानी टैंक में रहने दें और बाकी पानी बदल दें।
पंप की भी जाँच करते रहना चाहिये। उसका फिल्ट्रेशन सिस्टम प्रोपर रखे। इसमें एंटी क्लोरीन की गोलियाँ डाल सकते है। हमेशा कोशिश करें की रोज एक ही व्यक्ति उनको भोजन दे इससे वे डरेगी नहीं। छोटी मछलियों को 24 घंटे में फिश फूड के चार-पांच दानों से ज्यादा न दें।
गुड लक के लिये एक्वेरियम में कौन सी मछली रखे फेंग शुई फिश (FENG SHUI FISH) ये नारंगी रंग की होती हैं और सौभाग्य को दर्शाती हैं और आपके लिये धन और शुभ भाग्य ले कर आती हैं।
एरोवाना फिश (AROWANA FISH) ये स्वास्थ्य की सूचक होती है और धन के साथ-साथ खुशियों को भी आकर्षित करती है और परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम भी लाती है।
गोल्ड फिश (GOLD FISH) इन्हें बेहद भाग्यशाली माना जाता है और यह देखने में भी बेहद सुंदर और आकर्षक लगते है। दो गोल्ड फिश एक साथ रखने से कपल्स के बीच के रिश्ते में मधुरता आती है।
फ्लावर हॉर्न फिश (FLOWER HORN FISH) ये अपनी खास बनावट के लिये जानी जाती है और इन्हें भी बेहद भाग्यशाली माना जाता है।
बटरफ्रलाई कोई (BUTTERFLY KOI) इन्हें बेहद मजबूत माना जाता है और ये तैरने में बहुत तेज होती हैं और आपके जीवन में भी तीव्रता और सफलता ले कर आती हैं, ये खास कर छात्रें के लिये बेहतर हैं, जो आपके लिये करियर के नए अवसर भी लाती है।
ड्रैगन कोई फिश (DRAGON KOI FISH) यह काम काजी लोगों और छात्रें के लिये बेहतर होती है जो सदैव सफलता को आकर्षित करती हैं और समृद्धि को साथ लाती हैं।
अक्सर देखने में आता है कि लोग फिश एक्वेरियम घर में रख तो लेते हैं, लेकिन उसकी उचित देखभाल नहीं करते, इससे कई सारी दिक्कतें होती हैं। मछलियों की देखभाल बहुत जरूरी है। साफ-सफाई नहीं रखने से मछलियों को कई तरह की बीमारियाँ लग सकती है।
और न ही केवल वास्तु के अनुसार बल्कि सीधे तौर पर देखा जाये तो जब हम तनाव में होते हैं तो अकसर पालतू जीव हमें बेहद सुकून का अनुभव कराते हैं। किसी को रोजाना भोजन देना अच्छी बात है और ऐसा करने से हमारा भाग्य सुधरता है। इस लिये घर में एक पालतू जीव अवश्य रखें और उन पर भी बराबर ध्यान दें और थोड़ा समय उनके साथ बिताये आप को भी अच्छा लगेगा और यह आपके लक के लिये भी अच्छा है। जब हमारा मन शांत रहेगा तो स्वतः आस पास की चीजें हमें अच्छी लगने लगती हैं और जीवन भी सकारात्मक लगता है।
निधि श्रीमाली
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