हम सभी हमेशा से ही एक PROVERB सुनते आये हैं कि ”A MAN IS KNOWN BY THE COMPANY HE KEEPS ” यानि कि एक व्यक्ति की पहचान, उसकी आदतों की पहचान, उसके साथ रहने वाले लोग कैसे हैं, उसी से हो जाती है। क्योंकि हमारा MINDSET, MENTAL LEVEL, APTITUDE, हमारे बातचीत करने का लहजा, हमारे शौक और HOBBIES हमारी संगत, दोस्त या कोई COUSIN मतलब जिसके साथ हमारा ज्यादातर समय बीतता है, उसी पर DEPEND करता है और इसलिये संगत हमेशा अच्छी रखो जिसे सदसंगति कहते हैं। हमारी कम्पनी, दोस्त ऐसे होने चाहिये जिनमें कोई बुरी आदत या लत न हो साथ ही यह बात हमारे स्वयं पर भी लागू होती है। TV, GAMES, मोबाइल फोन से ADDICTIONS जल्द से-जल्द त्याग देने चाहिये। संगत ऐसी होनी चाहिये कि थोड़ी अच्छी आदतें हम अपने दोस्तों से सीखें और थोड़ी अच्छी बातें हम उन्हें बतायें और सीखाएं।
अच्छी सोच वाले व्यक्ति या दोस्त हमेशा हमें आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करते हैं, वहीं बुरी सोच वाले लोग हमें पीछे खीच लेते हैं और बुरी आदतें डाल देते हैं। इसीलिये ऐसे लोगों के साथ रहें, उनके आसपास रहें जो प्रोग्रेसिव हों और जिनकी जीवन के प्रति POSITIVE APPROACH हो।
अच्छी संगत से हम रोज कुछ न कुछ नया सीख पाते हैं, हमारी अच्छी HABITS होती है, जिससे हमारी GROWTH होती है, PERSONALITY में निखार आता है, जो जीवन पर्यन्त साथ रहती है और हमे एक सफल व्यक्ति बनने में मदद करती है। इसीलिये हमेशा सोच-समझकर दोस्त बनाये और पेरेंट्स का भी कहना मानें।
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