हम सभी जहां रहते हैं यानि कि PLANET EARTH जिसे हम MOTHER EARTH भी कहते हैं, यह एक बहुत ही सुंदर जगह है। यहां पर हम सभी प्राणी ECOSYSTEMमें रहते हैं जहां सब एक-दूसरे पर DEPENDENTहै। सभी प्राणियों में हमारी मनुष्य जाति को सबसे ज्यादा बुद्धिमान कहा जाता है। लेकिन कभी-कभी हम जाने-अनजाने में दूसरे प्राणियों जैसे PLANTS, ANIMALS, BIRDS के प्रति बहुत असंवेदनशील या INSENSITIVEऔर IGNORANTहो जाते हैं, जो बहुत गलत है। हम भूल जाते हैं कि वे भी प्राणी हैं, उनके भी EMOTIONSहोते हैं, उन्हें भी PAINहोता है। ANIMALSके प्रति CRUELTYके मुख्यत: दो कारण होते हैं या तो हमें अपना काम निकालना होता है, या फिर बस अपने FUNके लिये उन्हें परेशान करते हैं या तकलीफ देते हैं। कोई भी त्योहार आता है गली में घूमने वाले आवारा लाचार पशु, गाय, कुत्ते उनकी तो जैसे शामत ही आ जाती है। होली पर इन्हें जबरदस्ती COLOURSलगा दिये जाते हैं, दीवाली पर पटाखों से इन्हें डराया जाता है, जिससे इनकी स्किन पर INFECTIONSएवं अन्य घातक बीमारियां हो जाती हैं, ये सहम भी जाते हैं। दूध देने वाली गायों को भी दूध निकाल देने के बाद भूखे ही बाहर छोड़ दिया जाता है, ताकि वे पूरे दिन इधर-उधर घूम कर कचरे व कूड़े दानों में से बचाकुचा कुछ खाले और उनके मालिकों को उन्हें कुछ खिलाना ही ना पड़े, अक्सर गाये PLASTICपोलिथिन्स खा कर अपनी जान गंवा देती है। यही हाल STREET DOGS का भी है। दुकानदार इन्हें हटाने के लिये पीटते हैं, गर्म पानी इन पर डाल देते हैं। लेकिन हम कुछ STEPSलेके इन पशु क्रूरताओं को रोक सकते हैं। जब भी आप किसी जानवर को चोटिल या तकलीफ में देखें तो तुरन्त किसी भरोसेमन्द की सहायता से VETERINARY CARE या HOSPITAL में सूचना दें।
यदि आप पशु क्रूरता होते हुए देखें जैसे पत्थर मारना, चेन से बंधे हुए तो तुरन्त किसी बड़े की सहायता से उन्हें रोकें। या फिर ANIMAL HELPLINE पर सहायता मांगे।
ANIMAL LAW के बारे में जानकारी रखें और अपने फ्रेंड्स को भी इसके लिए AWAREकरें। लाचार पशुओं को घास, रोटी, पानी आदि दें, गर्मियों में पक्षियों के लिए पानी भरकर रखें।
इस तरह इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इस देशव्यापी PROBLEMको कम करने में अपना भी योगदान दे सकते हैं।
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