चाहे वो लाल (RED) SAUCE हो या पिला (YELLOW) BUTTER या लाल COLD DRINK का गिलास, पिले CHIPS ये सभी देख किसी का भी जी ललचायेगा ओर खाने का मन करेगा। पर क्या ये FAST FOOD या PACKED FOOD बच्चो के लिये HEALTY FOOD विकल्प है, बच्चा अगर रो रहा है, या बच्चो को शान्त करने के लिये-अपने मन के मुताबिक काम करवा ने के लिये हम उसे लाल, पिला, हरा चिप्स का पैकेट या चॉकलेट (CHOCOLATE) का पैकेट थमा देते है ये सभी मे FLAVOURS- SWEET और SAULTY मिला होता है जो किसी भी लत वाले क्तनह से कम नहीं होता, वो धीरे-धीरे हमें इसकी लत लग जाती है, व बच्चे इनके बिना नहीं रह पाते है। आज के समाज व माता-पिता कि विडम्बना (IRONY) देखे वे अपने बच्चो को FRESH फल-सब्जी के स्थान पर PACKED या FAST FOOD खिलाना ज्यादा पसन्द करते हैं। हम चाहे तो बदल सकते है CHIPS या लाल, पिले JUNK FOOD के स्थान पर लाल सेब, टमाटर या खीरा, मूली दे सकते है।
इस लेख का यह तात्पर्य नहीं है कि आप JUNK FOOD या FAST FOOD को सरे से नकार दे, पर यह जरूर सोचे कि क्या यह आपके सामने व कब बना है व इसे बनाने में किस प्रकार का खाद्य सामग्री का प्रयोग हुआ है व कितने समय पहले बना है या FRESH तो है और खाना है तो ऐसा जो घर पर या हमारे सामने बन सके जैसे- समोसा, पाव भाजी, वडा पाव, इडली-डोसा सब्जी का चाट पोहा खाये।
जीभ पर नियंत्रण करना अनिवार्य है ज्यादा खाये तो शरीर को नुकसान, गलत बोले तो आत्मा को नुकसान। आप सबसे बस यह हि निवेदन है अच्छा व ताजा खाये व अन्नपूर्णा का अपमान न करे।
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