आपका शिष्य
आत्मारामजी उपाध्याय
उमरेड, जिला-नागपुर
मुझे दो वर्षो से किडनी में पथरी की समस्या थी, काफी दिनों से इलाज होने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था। जिसकी वजह से मुझे असहनीय पीड़ा सहन करनी पड़ती थी।
मार्च 2016 की पत्रिका पृष्ठ संख्या 26 में प्रकाशित महामृत्यंजय साधना सामग्री प्राप्त कर मैंने विधि अनुसार 4 माला मंत्र जप 11 दिन तक किया, साधना के पश्चात् चेकअप और दवा प्राप्त करने के लिये, मैं डॅाक्टर के पास गयी। डाक्टर ने कई बार अल्ट्रासाउंड के लिये लिखा। जो मैं आर्थिक समस्या के कारण कभी-कभी ही करा पाती थी। उस दिन मैं अल्ट्रसाउंड कराकर घर वापस आ गयी, दूसरे दिन जब मैं डॉक्टर के पास गयी तो डॉक्टर मुझे एकटक देखता रहा। मैं हैरान होकर सोचने लगी अब और कौन सी मुसीबत आ गयी। फिर डॉक्टर ने मुस्कराते हुये बताया कि आपके रिपोर्ट में सिर्फ थोड़ी सूजन है। जो एक सप्ताह की दवा में समाप्त हो जायेगी। आज मै। एकदम स्वस्थ हूं। यह आपकी ही कृपा का फल है, जो मेरा जीवन सुरक्षित है, जिसके कारण मुझे अनेक समस्याओं से निजात मिला। साधना सम्पन्न करवाना तो सिर्फ आपके माया का स्वरूप है, आपने मुझे एक स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार दिया है। इसके लिये आपको कोटि-कोटि नमन है। आपकी कृपा बनी रहे यही प्रार्थना करती हूं।
आपकी शिष्या,
श्रियता सिंह, देवरिया (उ-प्र-)
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