भक्त हनुमान के समान इस दुनिया में दूसरा कोई भक्त नहीं हुआ। जो कलियुग में शीघ्र प्रसन्न होने वाले, अष्टसिद्धि और नौ निधि के दाता भगवान हनुमान अजर अमर हैं। अंजनि पुत्र हनुमान के भक्त के शत्रु, भूत-प्रेत बाधा, भय-डर पूर्णता से समाप्त हो जाते हैं और साधक को जोश, बल, बुद्धि से पूर्ण कर देते हैं जिससे वह भौतिक जीवन में आने वाली बाधाओं से डरता नहीं है और बाधाओं पर विजय प्राप्त कर लेता है। सर्वसिद्धि प्रदाता हनुमान माला मंत्र सर्व श्रेष्ठ है जिसके नित्य ग्यारह पाठ से साधक को हनुमान की पूर्ण शक्ति प्राप्त होती है और वह भौतिक जीवन में निरन्तर-निरन्तर गतिशील रहते हुए धन-धान्य, पूर्ण पौरूषता, यश-सम्मान की प्राप्ति करता है।
ऊँ ऐं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्स्फ्रें ख्फ्रें ह्स्त्रैं ह्स्ख्फ्रें ह्स्त्रौं ऊँ नमो हनुमते
प्रकटपराक्र आक्रान्तदिड्मण्डल यशोवितान धवतीकृ तजगत्त्रितय
वज्रदेह ज्वलदग्रि सूर्यकोटिसमप्रभतनूरूह रुद्रावतार लंकापुरी
दहनोदधि-लंघन दशग्रीवशिरः कृतान्तक सीताश्वासन वायुसुत
अंजनागर्भसंभूत श्रीरामलक्ष्मणनन्दकर कपिसैन्यप्राकारा
सुग्रीवसख्यकारण बालिनिबर्हणकारण द्रोणपर्वतोत्पाटन
अशोकवनविदारण अक्षकुमारच्छेदन वनरक्षाकरसमूह विभंजन
ब्रह्मास्त्रशक्तिग्रसन लक्ष्मणशक्ति भेद निवारण विशल्योषधिसमानयन
बालोदित भानुमण्डलग्रसन मेघनाद होमविध्वंसन इन्द्रजिद्वधकारण
सीतारक्षक राक्षसीसंघ विदारण कुम्भकर्णादिवधपरायण
श्रीरामभक्तितत्पर समुद्रव्योमद्रु मलंघन महासामर्थ्य महातेजः
पुंजविराजमान स्वामिवचन सम्पादित अर्जुनसंयुग सहाय
कुमारब्रह्मचारिन् गम्भीर शब्दोदय दक्षिणाशमार्त्तण्ड़ मेरुपर्वत
पीठकार्चन सकलमन्त्र गमाचार्य मम सर्वग्रहविनाशन सर्वज्वरोच्चाटन
सर्वविषनाशन सर्वापतिनिवारण सर्वदुष्टनिबर्हन
सर्वव्याघ्रादिभयनिवारण सर्वशत्रुच्छेदन ममपरस्य च त्रिभुवन
पुंस्त्रीनपुंसकात्मक सर्वजीवजातं वशय वशय मम आज्ञाकारकं
सम्पादय सम्पादय नाना नाम धेयान् सर्वान् राज्ञः सपरिवारान् मम
सेवकान् कुरु कुरु सर्वशास्त्रस्त्र विषाणि विध्वंसय विध्वंसय ह्रां ह्रीं ह्रूं
ह्रैं ह्रौं ह्र: एहि एहि ह्सौं ह्स्ख्फ्रें ह्स्त्रैं ख्फ्रें ह्सफ्रें सर्वशत्रून् हन हन
परदलानि परसैन्यानि क्षोभय क्षोभय मम सर्वकार्य जातं साधय साधय
सर्वदृष्ट दुर्जनमुखानि कीलय कीलय घे घे घे हा हा
हा हुं हुं हुं फट् फट् फट् स्वाहा।
It is mandatory to obtain Guru Diksha from Revered Gurudev before performing any Sadhana or taking any other Diksha. Please contact Kailash Siddhashram, Jodhpur through Email , Whatsapp, Phone or Submit Request to obtain consecrated-energized and mantra-sanctified Sadhana material and further guidance,