कितना प्रोटीन जरूरी होता है
18 साल से ज्यादा के व्यक्ति को अपने वजन का प्रति किलो ग्राम का 0-8 ग्राम प्रोटीन चाहिये होता है। ब्रोकली- ब्रोकली में 4-5 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इसे आप अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इसमें कैंसर से लड़ने वाले पार्टिकल भी पाये जाते हैं।
ब्रोकली क्या है?
ब्रोकली एक तरह की सब्जी है। यह सब्जी फूलगोभी प्रजाति की होती है और दिखने में भी फूलगोभी की तरह ही होती है। हालांकि, इसका स्वाद फूलगोभी से अलग होता है। ब्रोकली का वैज्ञानिक नाम ब्रैसिका ओलेरासिया वारइटैलिका (Brassica oleracea var italica) है। इसके सेवन से शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है।
ब्रोकली में गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव (पेट में गैस्ट्रिक एसिड के स्राव को बनने से रोकने), एंटीमाइक्रोबियल (सूक्ष्म जीवों से शरीर का बचाव), एंटीऑक्सीडेंट, एंटीकैंसर (कैंसर से बचाव), हेपाटोप्रोटेक्टीव (लिवर को नुकसान से बचाने), कार्डियोप्रोटेक्टिव (हृदय को स्वस्थ रखने वाला प्रभाव), एंटी-ओबेसिटी (मोटापे से बचाव), एंटीडायबिटीज (डायबिटीज से सुरक्षा), एंटी-इंफ्रलेमेटरी (सूजन को कम) आदि गुण मौजूद होते हैं। ये गुण शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में लाभकारी साबित होते है।
ब्रोकली में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, जिंक, सेलेनियम, विटामिन-ए, सी के साथ-साथ पोलीफेनोल जैसे- क्वेरसेटिन (Quercetin) और ग्लूकोसाइड (Glucosides) व कई अन्य पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो सेहत के लिये लाभकारी होते है। ब्रोकली में मौजूद ये पोषक तत्व व्यक्ति को हृदय रोग, मोटापे की समस्या, पाचन संबंधी परेशानी व मधुमेह की समस्या और इस तरह के अन्य रोगों से बचाव करने में सहायक हो सकते हैं
ब्रोकली के प्रकार
ब्रोकली कई प्रकार की होती है ब्रोकली के मुख्य प्रकारः-
1- कालाब्रेसी ब्रोकली (Calabrese broccoli) : ब्रोकली की इस प्रजाति का नाम इटली के मशहूर शहर कालाब्रिया के नाम पर पड़ा है। इसका ऊपरी भाग गहरा हरा रंग का होता है। इसे ठंड के दिनों में या ठंडी जगह पर उगाया जा सकता है।
2- ब्रोकली राब या रेब (Broccoli raab or rabe) : ब्रोकली रेब को ब्रोकली राब के नाम से भी जाना जाता है। यह पालक की तरह पत्तेदार होती है।
3- ब्रोको फ्रलोवर (Broccoflower) : यह ब्रोकली की तरह कम और फूलगोभी की तरह ज्यादा दिखती है। इसका स्वाद भी कुछ-कुछ फूलगोभी की तरह ही होता है।
4- अंकुरित ब्रोकली (Sprouting broccoli) : इसका ऊपरी भाग फैला हुआ होता है और इसमें कई डंठल होते हैं।
5- गई-लन ब्रोकली (Gai-lan) : इसे चायनीज ब्रोकली के नाम से भी जाना जाता है। यह लंबी और पत्तेदार होती है और सामान्य ब्रोकली की तुलना में ज्यादा पौष्टिक होती है।
6- पर्पल क्वालिफ्रलॉवर (Purple cauliflower) : पर्पल ब्रोकली भी ब्रोकली का एक प्रकार है। यह बैंगनी रंग की होती है। इसे अमेरिका और यूरोप में ज्यादा उपयोग किया जाता है।
हृदय के लिये
शरीर को स्वस्थ रखने के लिये हृदय का स्वस्थ होना आवश्यक है। ऐसे में हेल्दी हार्ट के लिए ब्रोकली अच्छा विकल्प है। ब्रोकली में सेलेनियम (Selenium) और ग्लूकोसिनोलेट्स (Glucosinolates) जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये दोनों शरीर में हृदय को स्वस्थ रखने वाले प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाकर, व्यक्ति के हृदय को सेहतमंद रखने में मदद करते हैं। ब्रोकली में हृदय को स्वस्थ रखने वाला (Cardioprotective) गुण मौजूद होता है। इतना ही नहीं, एक शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि ब्रोकली का सेवन करने से कोरोनरी हृदय रोग (Coronary heart disease) कोरोनरी धमनियों के क्षतिग्रस्त होने का जोखिम भी काफी हद तक कम हो सकता है।
कैंसर से बचाव के लिये
ब्रोकली का सेवन कैंसर से बचाव में मदद करता है। ब्रोकली में कम मात्रा में सेलेनियम (Selenium) होता है जिसमें एंटीकैंसर गुण होते हैं। इसके अलावा इसमें ग्लूकोरफैनिन (Glucoraphanin) पदार्थ होता है, जो एंटी-कैंसर पदार्थ सल्फोराफेन में बदल सकता है। इसलिये यह कई तरह के कैंसर जैसे -ब्रेस्ट कैंसर, स्किन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, सवाईकल कैंसर से बचाव और उनके इलाज में प्रभावी माना जा सकता है
लिवर के लिये
लिवर से जुड़ी समस्याओं से बचाव के लिये भी ब्रोकली के फायदे देखे जा सकते हैं। प्रतिदिन ब्रोकली के सेवन से न सिर्फ लिवर क्षति का जोखिम कम होता है, बल्कि फैटी लिवर की समस्या में भी लाभ मिलता है। साथ ही ब्रोकली का सेवन लिवर को स्वस्थ रखने में भी सहायक होता है।
इतना ही नहीं, ब्रोकोली में मौजूद एंटी-कैंसर और हेपाटोप्रोटेक्टिव (Hepatoprotective) लिवर सुरक्षित रखने वाला गुण लिवर की बीमारी के जोखिम को कम करता है और लिवर को सुरक्षा प्रदान करता है।
हड्डियों और दांत के लिये
कैल्शियम हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिये जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। शरीर 99 प्रतिशत से अधिक कैल्शियम हड्डियों और दांतों में स्टोर कर उन्हें मजबूत बनाने में मदद करता है। वहीं, ब्रोकली में कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
आंखों के लिये
आंखें हमारे शरीर का जरूरी अंग होती हैं और शरीर के बाकी हिस्सों की तरह इन्हें भी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। ब्रोकली में ल्यूटिन और जियाजैंथिन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो आँखों के लिये सबसे उत्तम पोषक तत्वों में से एक माने जाते हैं। यह आँखों को कमजोर होने से बचा सकती हैं। दरअसल, ये मैक्यूलर डिजनरेशन (age&related macular degeneration दृष्टि कमजोर होना और मोतियाबिंद जैसी आंखों की समस्याओं के जोखिम को कम करते हैं। इतना ही नहीं ब्रोकली को आँखो के लिये स्वस्थ आहार की श्रेणी में भी रखा गया है।
गर्भावस्था के लिये
गर्भावस्था के समय शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इन्हीं में कैल्शियम का नाम भी शामिल है। शिशु के स्वस्थ और मजबूत हड्डियों के लिये कैल्शियम आवश्यक होता है। ब्रोकोली फोलेट विटामिन सी और विटामिन के का भी अच्छा स्त्रोत है, जो गर्भवती के लिये आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। ध्यान रहे कि गर्भावस्था में सभी की सेहत एक जैसी नहीं होती है, इसलिये इसे खाने से पहले गर्भवती एक बार डाक्टर की सलाह भी जरूर लें।
मधुमेह के लिये
मधुमेह की समस्या में भी ब्रोकली का सेवन लाभकारी है। ब्रोकली में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो ब्लड ग्लूकोज और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही ब्रोकोली में एंटी डायबिटिक गुण मौजूद होता है, जो मधुमेह के जोखिम को कम करता है।
कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने के लिये
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के जोखिम को कम करने के लिए ब्रोकली का सेवन फायदेमंद होता है। इसमें ग्लूकोराफैनिन (Glucoraphanin), फाइबर होते हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल LDL Cholesterol जैसे हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं ।
हाई ब्लड प्रेशर के लिये
ब्रोकली का इस्तेमाल कर उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। ब्रोकली को आहार का हिस्सा बनाने से रक्तचाप को कम किया जा सकता है। शोध में कहा गया है कि हफ्रते में चार बार से ज्यादा ब्रोकली को आहार में शामिल करने से हाइपरटेंशन का जोखिम काफी हद तक कम होता है। ब्रोकली का सेवन हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित लोगों के लिए उपयोगी साबित होता है क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पोषक तत्व युक्त आहार जरूरी है। इस श्रेणी में फल और सब्जियों का नाम हमेशा पहले आता है। अगर सब्जियों की बात करें तो पौष्टिक सब्जियों की सूची अनगिनत है। इन्हीं सब्जियों में से एक है ब्रोकली,फूलगोभी सा दिखने वाली ब्रोकली के फायदे कई सारे हैं। ब्रोकली के गुण इसे स्वास्थ्य के लिये लाभकारी बनाते हैं।
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