एक चौथाई कप किशमिश में इतने पोषक तत्व होते है।
चीनी 21 ग्राम
प्रोटीन 1 ग्राम
कार्बाहाइड्रेट 29 ग्राम
वसा 0 ग्राम
कैलोरी 107
फाइबर 9 ग्राम
किशमिश से आपके शरीर को सभी जरुरी पोषक तत्व प्राप्त होते है। जिससे यह स्वास्थ्य संबंधी फायदा पहुँचाते है। तो जानते है किशमिश खाने से क्या होता है।
किशमिश में फाइबर अच्छी मात्रा में होता है। पानी में भिगोने पर वे प्राकृतिक रेचक के रूप में कार्य करते हैं। भीगी हुई किशमिश का सेवन करने से कब्ज और मल त्याग आसानी से होने में मदद मिलती है इससे पाचन तंत्र भी सुचारु रूप से कार्य करता है। अच्छे मल त्याग से कोलन कैंसर की संभावना कम हो जाती है।
किशमिश के अंदर पोटेशियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिससे अम्लता को कम करने में मदद मिलती है। इससे शरीर में कहीं पर भी सूजन आयी हो तो वो भी कम हो जाती है।
इसमें आयरन होता है जो एनीमिया के इलाज में सहायक है। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और कॉपर सामग्री लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करते है। अगर आप भी एनीमिया से पीड़ित है तो किशमिश का सेवन जरूर करे।
पोटेशियम की मात्रा होने से शरीर में नमक की मात्रा का संतुलन बेहतर होता है। जो रक्तचाप नियंत्रण में मददगार है। एंटीऑक्सिडेंट आहार फाइबर का अच्छा स्रोत होने से रक्त वाहिकाओं के जैव रसायन को अनुकूल रूप में बदलता है। इससे रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है।
किशमिश में पाया जाने वाला ओलीनोलिक एसिड दांतों की सड़न को रोकता है। किशमिश खाने से दांतों के कीटाणु दूर होते है और दांत स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। जब पोर्फिरोमोनस जिंजिवलिस और स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स जैसे बैक्टीरिया दांतों में बढ़ने लगते है जिससे दांतों में कैविटी हो जाती है।
किशमिश के सेवन से इन जीवाणुओं के बढ़ने पर रोक लगती है। किशमिश में कैल्शियम का भी अच्छा स्तर होता है जो दांतों को छीलने से रोकने में मदद करता है। बोरॉन मौजूद होने से यह दांतों को सफेद करने में भी मदद करता है।
इसके नियमित सेवन से अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है। जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है और रक्त के थक्के को बनने से रोकने में मदद मिलती है।
कुछ लोग शारीरिक रूप से बहुत कमजोर होते है ऐसे लोगों को भीगी किशमिश के फायदे प्राप्त करने चाहिए। क्योंकि किशमिश में बड़ी मात्रा में बोरॉन होता है जो हड्डियों के निर्माण के लिये महत्वपूर्ण है। कैल्शियम भी उच्च मात्रा में होने से शरीर में ताकत रहती है और हड्डियां मजबूत बनी रहती है। अगर रोज भीगी हुई किशमिश खायी जाए तो हड्डियां स्वस्थ और मजबूत रहती हैं।
किशमिश त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह त्वचा की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। रोज किशमिश का सेवन किया जाये तो त्वचा को पोषण मिलता है। जिससे त्वचा चमकदार हो जाती है और झुर्रियों आदि को रोकने में भी मदद मिलती है। किशमिश रक्त को शुद्ध करती है जो पूर्ण रूप से त्वचा की सेहत के लिए अच्छी होती है।
इसमें विटामिन बी और सी भरपूर होता है जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। अगर प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी तो शरीर में संक्रमण नहीं होगा। जिससे शरीर कई बिमारियों से दूर रहेगा और शरीर को बिमारियों से लड़ने की शक्ति भी मिलेगी। किशमिश के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और जीवाणुरोधी गुण संक्रमण के साथ ही कई तरह की बीमारियों से बचाते है।
किशमिश बालों को सुंदर बनाता है। नियमित सेवन से बाल चमकदार होते है। बालों के झड़ने की समस्या को दूर कर बालों के विकास में सहायक है। काली किशमिश झड़ रहे बालों का उपचार करने में मदद करती है। काली किशमिश मे विटामिन सी होता है जो खोपड़ी की सूजन को रोकने और कोशिका क्षति को रोकने में सहायक है। सिर की खुजली] रुसी को भी किशमिश के सेवन से रोका जा सकता है।
जो लोग अपर्याप्त नींद या अनिद्रा से पीड़ित है उनमें सुबह खाली पेट किशमिश खाने के फायदे होते है। क्योंकि इसे नियमित खायी जाये तो शरीर का तनाव कम होता है। यह सही मानसिक शक्ति को बढ़ाने वाली होती है। इसमें सोडियम नहीं होता है और पोटैशियम पाया जाता है जिससे यह बेहतर नींद में मदद करता है।
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