जिस साधना से आप अपने शत्रुओं का उच्चाटन कर सकते हैं, वहीं साधना के दूसरे भाग को सम्पन्न कर किसी को भी अपने आकर्षण में बांध सकते है-
यह एक अत्यन्त गोपनीय साधना है, जिसके माध्यम से किसी के भी चित्त का उच्चाटन और आकर्षण दोनों ही प्रयोग सम्पन्न किये जा सकते हैं।
प्रस्तुत है साधना के दोनों चरण, इन दोनों चरणों को करने पर साधना सम्पन्न होती है। आप आवश्यकतानुसार दोनों अथवा किसी एक प्रयोग को सम्पन्न कर इच्छानुसार फल प्राप्त कर सकते हैं।
हकीक माला से दक्षिणाभिमुख होकर 21 माला जप करें-
मंत्र जप पूर्ण हो जाये, तो फिर अपने हाथ में आटे से बनाया हुआ दीपक लेकर 10 मिनट तक खड़े होकर उपरोक्त मंत्र का जप करें। जब जप पूर्ण हो जाये, तो खीर का नैवेद्य चढ़ायें और जिसके लिये यह उच्चाटन प्रयोग किया जा रहा है, उसके नाम का स्मरण कर खीर में यंत्र पर चढ़ाया गया पान, इलायची और लौंग डालकर गाय को खिला दें।
जब तक आपका कार्य पूर्ण नहीं हो जाता, तब तक आप इसके विषय में किसी को न बतायें। प्रयोग के तीसरे दिन यंत्र तथा माला को जिस फोटो पर यह प्रयोग सम्पन्न हुआ है, उसे फोटो सहित किसी नदी किनारे रेत के अन्दर गाढ़ दें। उसके बाद घर आकर स्नान कर लें।
यदि किसी के आकर्षण हेतु इस प्रयोग को सम्पन्न करना है तो-
आकर्षय माला से 31 माला मंत्र जप करें-
तत्पश्चात् उपरोक्त मंत्र 11 बार बोलते हुये कपूर से आरती करें।
मुद्रिका, यंत्र तथा माला को एक कपड़े में बांध कर रख दें।
साधना के तीन दिन बाद यंत्र, मुद्रिका व माला को किसी नदी में प्रवाहित कर दें।
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