तुलसी- धार्मिक दृष्टि से तुलसी का पौधा सर्वाधिक प्रभावशाली है। इसके पत्ते और बीज को खाने से जहां अनेक रोगो की निवृत्ति होती है, वहीं इसको घर में लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। इसे घर के बीचो-बीच लगाना अधिक लाभदायक होता है।
तुलसी पूजन लाभ- तुलसी के पौधे के नीचे संध्या काल में घी का दीपक जलाने से पारिवारिक अशांति दूर होती है और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। भगवान विष्णु और हनुमान जी को तुलसी अर्पित करने से आर्थिक बाधायें दूर होती हैं। अगर शुक्र दुर्बल है, तो तुलसी का पौधा लगाकर नियमित रूप से उसकी पूजा-उपासना करनी चाहिये।
केला- ज्योतिष और धार्मिक रूप से इस पौधे का भी विशेष महत्व है। ग्रहों में इसका सम्बन्ध बृहस्पति देव से है, साथ ही इसे भगवान विष्णु तथा बृहस्पति का स्वरूप माना जाता है। बृहस्पति के प्रतिकूल अथवा शिथिल होने पर इस पौधे को घर के बगीचे में अवश्य लगाना चाहिये।
केला वृक्ष पूजन लाभ- नित्य प्रातः इसमे जल डालने से अविवाहितों के विवाह में आ रहीं रूकावटें दूर होती हैं। लेकिन इस पौधे को घर के मुख्य द्वार पर नहीं लगायें, अन्यथा घर के सुख-शांति में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, इस पौधे को घर के पीछे लगाना ज्यादा उपयुक्त बताया गया है।
अनार- अनार एक ऐसा अद्भुत् और चमत्कारिक पौधा है, जिसको लगाने से घर पर तंत्र-मंत्र और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं पड़ता है। ज्योतिष में राहु-केतु को नियंत्रित करने के लिए इस पौधे का प्रयोग किया जाता है। इस पौधे की महत्ता इस कारण भी है कि प्राचीन काल में यंत्र अंकित करने के लिये अनार के कलम का ही प्रयोग किया जाता था।
पूजन लाभ- अनार का पौधा घर के सामने लगाएं तो सर्वोत्तम होगा। अनार के फूल को शहद में डूबाकर नित्य अथवा प्रत्येक सोमवार भगवान शिव को अर्पित किया जायें, तो विकट संकट भी दूर हो जाते हैं और व्यक्ति तमाम समस्याओं से मुक्त हो जाता है।
शमी- शमी के पौधे के बारे में तमाम भ्रांतियां हैं और लोग आमतौर पर इस पौधे को लगाने से बचते हैं। ज्योतिष में इसका सम्बन्ध शनि से माना जाता है और शनि की कृपा पाने के लिये इस पौधे को लगाकर इसकी पूजा-उपासना की जाती है।
पूजन लाभ- इस पौधे को घर के मुख्य द्वार के बायीं ओर लगाना शुभ है। शमी वृक्ष के नीचे नियमित रूप से सरसों के तेल का दीपक जलायें, इससे शनि का प्रकोप और पीड़ा कम होता है और स्वास्थ्य लाभ की प्राप्ति होती है। विजय दशमी के दिन शमी की विशेष पूजा-आराधना करने से व्यक्ति के पास धन-धान्य का अभाव नहीं होता है।
पीपल- ग्रहों में इसका सम्बन्ध बुध, शनि और बृहस्पति से जोड़ा जाता है। पीपल का वृक्ष घर में या घर के सामने लगाना उचित नहीं माना जाता, क्योंकि यह बड़ा होने पर घर की नींव को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए इसे घर में या घर के आसपास लगाने से मना करते हैं। इसे बोनसाई के रूप में, घर के पिछले हिस्सो में लगा सकते हैं। पीपल में विष्णु भगवान व अनेक देवों का वास माना जाता है, अतः पीपल वृक्ष लगाने और लगवाने से पुण्य मिलता है और ग्रहों की बाधायें समाप्त होती है।
पूजन लाभ- पीपल को जल चढ़ाकर, उसकी परिक्रमा करने से संतान दोष नष्ट होता है तथा घर में बीमारियां नहीं रहती। शनिवार के दिन पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से दुर्घटना से बचाव होता है।
हरसिंगार- छोटे-छोटे फूलों वाला और अपनी अदभूत् दिव्य सुगन्ध के लिए जाना जाता है, यह पौधा चंद्रमा से सम्बन्धित है। घर के मध्य पिछले हिस्सों में इसको लगाना लाभकारी होता है। इसके पत्तों से जोड़ो का दर्द दूर होता है और इसकी सुगन्ध से मानसिक शांति मिलती है।
पूजन लाभ- घर में इसका पौधा होने से आर्थिक संपन्नता आती हैं। हरसिंगार के पौधे की देखभाल में थोड़ी सावधानी रखनी होती हैं, क्योंकि जरा-सी लापरवाही से यह सूख जाता है और इसके सूखने से मन पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता।
बेल- बेल विशाल वृक्ष है, परंतु इसको पौधे के रूप में गमले में घर के मुख्य द्वार पर लगा सकते हैं बेल का पौधा अत्यंत तेजमय ऊर्जा पैदा करता है, जिससे आयु और स्वास्थ्य की रक्षा होती है।
पूजन लाभ- भगवान महादेव को अथवा शिवलिंग पर बेल पत्र अर्पित करने से जीवन और आयु की रक्षा होती है। ज्योतिष में यह पौधा मुख्य रूप से शुक्र और चंद्र को नियंत्रित करता है।
गुड़हल- यह पौधा ज्योतिष में सूर्य और मंगल से सम्बन्ध रखता है, लेकिन ज्योतिषीय दृष्टि से वही पौधा उपयोगी है, जिसका फूल लाल रंग का हो। गुड़हल का पौधा घर में कहीं भी लगा सकते हैं, परन्तु ध्यान रखें कि उसको पर्याप्त धूप मिलना जरूरी है।
पूजन लाभ- गुड़हल का फूल जल में डालकर सूर्य को अर्घ्य देने नेत्र ज्योति में वृद्धि तथा शरीर की हड्डियां मजबूत रहती हैं, साथ ही नाम व यश प्राप्ति में लाभकारी होता है। मंगल दोष, उचित सम्पत्ति स्वरूप हक ना मिलना अथवा अकारण कानूनी उलझनों में जीवन व्यतीत हो रहा हो, तो हनुमान जी को नित्य प्रातः गुड़हल का फूल अर्पित करें। इस प्रकार विभिन्न प्रकार के पौधे लगाकर हम पर्यावरण के साथ-साथ अपने ग्रहों को भी अपने अनुकूल बना सकते हैं।
राशि अनुसार लाभकारी पौधा- मेष- गुडहल, वृष- बेल, मिथुन- पीपल, कर्क- हरसिंगार, सिंह- गुडहल, कन्या- अनार, तुला- तुलसी वृश्चिक- अनार, धनु- केला, मकर- शमी, कुंभ- तुलसी, मीन- केला।
आपकी माँ
शोभा श्रीमाली
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