विशेष दिवसों पर दिल्ली एवं जोधपुर में पूज्य गुरुदेव के निर्देशन में यह साधना पूर्ण विधि-विधान के साथ सम्पन्न कराई जायेगी। यदि श्रद्धा व विश्वास हो, तो उसी दिन से साधना में सिद्धि का अनुभव भी होने लगता है |
कार्तवीर्यार्जुन शक्ति दीक्षा
मंत्र- तंत्र के इस विशाल समुद्र में अवगाहन करने का प्रयोजन सिद्धि ही होती है। दक्षिण भारत में भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय का प्रभाव पग-पग पर दृष्टिगोचर होता है। शिव के परम भक्त कार्तवीर्यार्जुन की साधना कभी निष्फल नहीं जाती। जीवन में उमंग, उत्साह, तरंग और शरीर की चाल-ढाल व्यवहार में श्रेष्ठता प्राप्त करने की आपकी इच्छा है अथवा अपनी वाणी से यदि किसी को भी प्रभावित करने की इच्छा है तो यह दीक्षा अनिवार्य अनुकूल है। यदि आप किसी अज्ञात आशंका से सदा ही मन ही मन डरे-डरे हैं और अनिष्ट से ग्रस्त हैं तो इसके निवारण के लिये कार्तवीर्याजुन दीक्षा विशेष योग में प्राप्त करना निश्चय ही सौभाग्यप्रद हे। सौभाग्य के क्षण होते हैं उनके जो अपने गुरु के समक्ष उपस्थिति होने का अवसर प्राप्त कर लेते हैं और विरले होते हैं वे शिष्य जो गुरुदेव से कार्तवीर्यार्जुन दीक्षा प्राप्त करते हैं।
पांच पत्रिका सदस्य बनाने पर कार्तवीर्यार्जुन शक्ति दीक्षा और साधना आपके जीवन में संचारित की जा सकेगी।
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