|| Om Param Tatvaaye Naarayanaaye Gurubhayo NamaH ||

August 31, 2017

Divine Upanishads Upanishad Vani

उपनिषद वाणी   अज्ञान तिमिरान्धस्य ज्ञानान्जन शलाकया। चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्री गुरुवे नमः।। जिसने ज्ञान रूपी शलाका से, अज्ञान रूपी अंधकार को समाप्त कर ज्ञान के […]
August 31, 2017

Editorial Sampaadakiya

श्री सद्गुरु चरण कमलेभ्योः नमः अपनों से अपनी बात   प्रिय आत्मन, रायपुर छत्तीसगढ़ में दिव्यतम श्रेष्ठमय महोत्सव गुरु पूर्णिमा पर्व पर आपके आत्मीय भाव का एहसास […]
July 31, 2017

Divine Upanishads Upanishad Vani

उपनिषद वाणी   तुम्हारे और सत्य के बीच में कोई बड़ा पहाड़ नहीं खड़ा है, धुएं से भी पतली लकीर है। तुम चाहो तो क्षण भर में […]
July 31, 2017

Editorial Sampaadakiya

श्री सद्गुरु चरण कमलेभ्योः नमः अपनों से अपनी बात   प्रिय आत्मन, विक्रम संवत् 2074 श्रावण-भाद्रपद माह के विशिष्ट दिवस श्रावण पूर्णिमा, चन्द्र ग्रहण, रक्षा शक्ति पर्व, […]
June 27, 2017

Divine Upanishads Upanishad Vani

उपनिषद वाणी   मनुष्य जीवन की आकांक्षा यही है कि वह महासुखी होने का राज जान ले और कोई दूसरी तलाश हो भी नहीं सकती, दुखी हैं […]
June 27, 2017

Editorial Sampaadakiya

श्री सद्गुरु चरण कमलेभ्योः नमः अपनों से अपनी बात   प्रिय आत्मन, देव शक्तियों से आप्लावित बद्री नारायण के चैतन्य स्थल पर उपस्थिति आप सभी शिष्यों पर […]
May 29, 2017

Divine Upanishads Upanishad Vani

उपनिषद वाणी   चिंतन एक ऐसी क्रिया है, जिस पर मानव जीवन आधारित है। श्रेष्ठ चिंतन के माध्यम से ही श्रेष्ठतम से श्रेष्ठतम कार्य सम्पन्न होते हैं […]
May 29, 2017

Editorial Sampaadakiya

श्री सद्गुरु चरण कमलेभ्योः नमः अपनों से अपनी बात   प्रिय आत्मन्, अनुभूति होती क्या है- यह वह वस्तु है, जिससे आपको उसके होने का विश्वास होता […]
April 29, 2017

Divine Upanishads Upanishad Vani

उपनिषद वाणी   प्रार्थना वह शक्ति है जिसमें मनुष्य पूर्णतया खो जाता है। उसे बाहरी स्थिति का, बाहरी क्रिया कलापों का कोई भान नहीं रहता। वह पूरा […]
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