शिष्य धर्म चतुर्भिराद्यैः संयुक्तः श्रद्धावान् सुस्थिराशयः। अलुब्धाः स्थिर गात्रश्च प्रेक्षाकारी जितेन्द्रियः।। शिष्य को श्रद्धावान तथा स्थिर आशय वाला, लोभ रहित, गात्रें को स्थिर रखने वाला, […]
तंत्र सिद्धिं कलौयुगे तंत्र का अद्भुत उपहार है ये साबर साधनाएं सर्वोन्नतिदायक साबर साधनाएं साबर साधनाओं में तंत्र का स्थान रखने वाली ये साधनाएं, मेरे […]
त्रिपुर मदनाक्षी अप्सरा कवच पूर्णतः गृहस्थ साधकों के लिए ही तो मदनाक्षी अप्सरा का वर्णन शास्त्रों में वर्णित है। सद्गुरुदेव की आज्ञा से मदनाक्षी अप्सरा कवच […]