सबसे पहले तो दयालु होने की शुरूआत अपने घर से करें। भाई-बहन, पेरेंट्स, ग्रेंड पेरेंट्स के साथ अच्छा BEHAVE करें।
दयालु कैसे बन सकते हैं-
GOLDEN WORDS प्लीज, सॉरी, थेंक यू, आदि उपयोग में ले कर।
SIBLINGS, COUSINS, दोस्तों को मारना नहीं है, अपशब्द या FOUL LANGUAGE नहीं बोलनी है।
अपने PROMISES पूरे करने है, जो काम पूरा करने का आपने बोला है, वह करना है।
HELP करनी है सभी की।
घर में या कहीं बाहर जायें तो CLEANLINESS का ध्यान रखें, कचरा नहीं फैलायें।
सभी को अच्छे से GREET करें, RESPECT दें।
AGE, RELATION के हिसाब से सभी का अभिवादन करें, अच्छे से बर्ताव करें।
दूसरों को खुश करने के लिये खुद का मजाक नहीं उड़ायें और न ही दूसरों का मजाक बनाये।
दूसरों की व अपनी स्वयं की LIMITS का हमेशा ध्यान रखें।
सोते समय या उठते समय उन लोगों और चीजों के बारे में सोचें जिनके लिये आप आभारी हैं, GRATEFUL हैं, चाहें तो इसे लिख भी सकते हैं।
पशु-पक्षी, प्रकृति के प्रति दयालु रहे, इन्हें नुकसान नहीं पहुँचाये।
एक बात का जरूर ध्यान रखें कि किसी के प्रति दयालुता दिखाने से आपको अंदर से अच्छा Feel होना चाहिये। दयालुता का यह भी मतलब नहीं है कि हर किसी के साथ मिल-जुलकर ही रहना है। हमें हर किसी को पसंद करने की जरूरत नहीं है और न ही यह जरूरी है कि हर कोई हमें भी पसंद करे। व्यवहार की BOUNDARY का हमेशा ख्याल रखें, अपनी SAFTEY का भी ध्यान रखें।
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