गर्भाधान संस्कार पिछले अंक में हमने सोलह संस्कारों के महत्त्व के बारे में पढ़ा था, इस बार हम हमारी संस्कृति में सर्वप्रथम आने वाले संस्कार ‘गर्भाधान […]
आयुर्वेद – तुलसी रूपकृत त्वयोषधेसा सरूपमिद कृधि श्यामा सरूप करणी पृथिव्या अत्यदभुता।। इदम् सुप्रसाधय पुना रूपाणि कल्पय।। अथर्ववेद के इस सूत्र का अर्थ है कि ‘श्यामा […]