शिव-शक्ति का ही स्वरूप हैं वीर वैताल सिद्धि मनुष्य की शक्तियों के परे भी महान अदृश्य शक्तियां सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में विचरण करती रहती हैं, और साधना […]
शिष्य धर्म त्वं विचितं भवतां वदैव देवाभवावोतु भवतं सदैव। ज्ञानार्थ मूल मपरं महितां विहंसि शिष्यत्व एव भवतां भगवद् नमामि।। इस श्लोक में बताया गया है […]
21, 22 मई 2013 लौकहा (मधुबनी) प्राणश्चैतन्य सिद्धाश्रम शक्ति साधना आज व्यक्ति के दैनन्दिनी जीवन में चारों और समस्या रूपी जो अनेक रक्तबीज खडे़ हैं, […]
स्तोत्र शक्ति श्री गणेश स्तोत्रम् दिवस का प्रारम्भ गणपति पूजन और गुरु पूजन से ही होना चाहिए, विध्नविनाशक गणपति को देवताओं का अधिपति एवं प्रथम पूज्य […]