रत्न शक्ति मोती पन्ना नीलम माणिक्य मूंगा पुखराज आकाश मण्डल में निरन्तर गतिशील ग्रहों के रश्मियों से मानव जीवन पल-प्रतिपल संचालित होता है। समय-समय पर […]
गृहस्थ जीवन को प्रेममय और आनन्द ओज युक्त बनाने हेतु शिव वस्तक-गौरी वस्तक वर-वधू के आत्मिक मिलन हेतु तीक्ष्ण देह सौन्दर्य की प्राप्ति भोग-विलास, आनन्द-रस […]
गुरू वाणी मैं जो भी तुम्हें साधनाएं देता हूं, मंत्र देता हूं, प्रयोग देता हूं, वे पूर्णतः प्रामाणिक होते हैं, स्वयं सिद्धि करके, उनकी प्रामणिकता को […]